इस दिल में रहेगी सदा, जिस दिल में खुदा वसना! ये कौन जाने दिल में क्या, दिल ही जाने दिल में क्या हैंं. अंखियों से दिल का रस्ता मिला हैं, दिल के रस्ते से खुदा (ईश्वर) मिला हैं.
प्रतिदिन आप का इन्तज़ार रहता हैं, प्रतिदिन ये हृदय बेकरार रहता हैं। काश कि ये आप से कह पाते , काश की आपको ये समझा पाते। कि इतना प्रेम करने वाले को , इतना प्रेम में इन्तज़ार करने वाले को। आपके के स्नेह का भी इन्तज़ार रहता हैं॥ क्या आपको ये भी ऐहसास नहीं हैं ? याचिका जानू दास 786
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